पत्नी के गहने गिरवी रखकर शुरू किया बिजनेस और बना दी देश की दूसरी सबसे बड़ी होटल चेन
Updated on
20-03-2025 02:42 PM
नई दिल्ली: मोहन सिंह ओबेरॉय का नाम किसी परिचय का मोहताज नहीं है। उन्हें भारत में होटल इंडस्ट्री का पायनियर माना जाता है। उन्होंने ओबेरॉय होटल्स एंड रिसॉर्ट्स की स्थापना की थी जो आज देश में दूसरा सबसे बड़ा होटल ब्रांड है। ओबेरॉय ग्रुप के भारत, इंडोनेशिया, मिस्र, यूएई, मॉरीशस और सऊदी अरब में 31 होटल हैं। मोहन सिंह ओबेरॉय ने ओबेरॉय और ट्राइडेंट जैसे होटल दुनियाभर में स्थापित करके भारतीय हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री को दुनियाभर में पहचान दिलाई। आज ओबेरॉय ग्रुप की दो लिस्टेड कंपनियां EIH लिमिटेड और EIH एसोसिएटेड होटल्स लिमिटेड है। इनका कुल मार्केट कैप करीब 25,000 करोड़ रुपये है। मोहन सिंह ओबेरॉय की एक मामूली क्लर्क से भारतीय हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री का स्तंभ बनने तक की कहानी बहुत ही दिलचस्प है।
मोहन सिंह ने अपनी शुरुआती पढ़ाई रावलपिंडी में की। फिर वह बैचलर डिग्री के लिए लाहौर गए। इसके बाद वह बेहतर अवसरों की तलाश में शिमला चले गए। जब वह शिमला पहुंचे, तो उनके पास पैसे नहीं थे। उन्हें सेसिल होटल में फ्रंट डेस्क क्लर्क की नौकरी मिली। उन्हें महीने के 50 रुपये मिलते थे। यहीं से मोहन सिंह के करियर की शुरुआत हुई थी। उनकी मेहनत, ऊर्जा और तेज दिमाग ने होटल के अंग्रेज मैनेजर पर गहरा प्रभाव डाला। मोहन सिंह सीखने के लिए हमेशा उत्सुक रहते थे। वह अपनी डेस्क क्लर्क की ड्यूटी से आगे बढ़कर एक्स्ट्रा काम और नई जिम्मेदारियां लेते थे
शिमला में नौकरी
कुछ साल बाद जब होटल के मैनेजर ने एक छोटा होटल खरीदा, तो ओबेरॉय को अपने साथ काम करने के लिए बुलाया। 1934 में ओबेरॉय ने क्लार्क होटल को खरीदकर होटल कारोबार में कदम रखा। उन्होंने अपनी पत्नी के गहने और अपनी सारी संपत्ति गिरवी रखकर होटल खरीदा। इसके चार साल बाद उन्होंने कलकत्ता में ग्रैंड होटल को लीज पर लिया। इस होटल में 500 कमरे थे। अपने दृढ़ संकल्प और आत्मविश्वास से उन्होंने होटल को एक सफल और लाभदायक व्यवसाय में बदल दिया।
धीरे-धीरे ओबेरॉय ने एसोसिएटेड होटल्स ऑफ इंडिया (AHI) के शेयरों में निवेश किया। इस ग्रुप के पास शिमला, दिल्ली, लाहौर, मुर्री, रावलपिंडी और पेशावर में कई होटल थे। 1943 में उन्होंने AHI में कंट्रोलिंग इंटरेस्ट हासिल कर लिया और देश की सबसे बड़ी होटल चेन को मैनेज करने वाले पहले भारतीय बन गए। 1965 में उन्होंने नई दिल्ली में द ओबेरॉय इंटरकॉन्टिनेंटल खोला और फिर 1973 में उन्होंने मुंबई में 35-मंजिला ओबेरॉय शेरेटन बनाकर इस सफलता को और बढ़ाया।
ग्रुप का बिजनस
उन्होंने अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए ग्लोबल होटल ब्रांड्स के साथ पार्टनरशिप की। उनकी लीडरशिप में ओबेरॉय ग्रुप ने अपना दूसरा होटल ब्रांड ट्राइडेंट लॉन्च किया। आज भारत में मुंबई, चेन्नई, गुड़गांव (दिल्ली NCR), हैदराबाद, भुवनेश्वर, कोचीन, आगरा, जयपुर और उदयपुर जैसे शहरों में दस ट्राइडेंट होटल हैं। इसके अलावा सऊदी अरब के जेद्दा में भी एक इंटरनेशनल ट्राइडेंट प्रॉपर्टी भी है। ओबेरॉय ग्रुप दुनियाभर में 12,000 से अधिक लोगों को रोजगार देता है। मोहन सिंह ओबेरॉय का 2002 में 103 साल की उम्र में निधन हुआ।
नई दिल्ली: एसएमई सेगमेंट से आज पारादीप परिवहन लिमिटेड (Paradeep Parivahan Ltd) कंपनी के आईपीओ का अलॉमेंट होना है। इस आईपीओ को निवेशकों का अच्छा रिस्पॉन्स मिला। इसमें बोली लगाने का…
नई दिल्ली: मोहन सिंह ओबेरॉय का नाम किसी परिचय का मोहताज नहीं है। उन्हें भारत में होटल इंडस्ट्री का पायनियर माना जाता है। उन्होंने ओबेरॉय होटल्स एंड रिसॉर्ट्स की स्थापना की…
नई दिल्ली: कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने बड़ा काम किया है। ईपीएफओ ने ऑटोमेटिक तरीके से 60% एडवांस निकासी दावों का निपटारा किया है। इस तरीके से इस वित्तीय…
नई दिल्ली: क्रिकेटर युजवेंद्र चहल और कोरियोग्राफर धनश्री वर्मा के तलाक की प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ गई है। बॉम्बे हाई कोर्ट ने बांद्रा फैमिली कोर्ट को निर्देश दिया है कि…
नई दिल्ली: पाकिस्तान के बलूचिस्तान में अलगाववादी समूह बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) का हस्तक्षेप अब ज्यादा बढ़ गया है। पहले ट्रेन हाईजैक और फिर पाकिस्तानी सेना के काफिले पर हमले के…
मुंबई: भारत की मल्टीनेशनल कंपनी लार्सन एंड टूब्रो (L&T) का नाम आपने जरूर सुना होगा। यह कंपनी इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी, हैवी इंडस्ट्री,इंजीनियरिंग, कंस्ट्रक्शन, मैन्यूफैक्चरिंग, पावर, इंर्फोमेशन टेक्नोलॉजी, मिलिट्री और फाइनेंशियल सर्विसेज…
नई दिल्ली: पिछले दिनों महाकुंभ स्नान के दौरान नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुए हादसे को ध्यान में रखते हुए नॉर्दर्न रेलवे ने इस बार होली पर भी स्पेशल तैयारी शुरू…