पहले भी हुए हैं हमले
बलूचिस्तान मे रहने वाले लोगों का दावा है कि चीन उनके संसाधनों को लूट रहा है। इसके चलते वहां के लोग इस प्रोजेक्ट का विरोध कर रहे हैं। बीएलए पहले भी इस प्रोजेक्ट को लेकर वहां काम करने वाले चीनी कर्मियों पर हमले कर चुकी है।बलूचिस्तान एक संसाधन-समृद्ध क्षेत्र है। यहां प्राकृतिक गैस, कोयला, कॉपर, गोल्ड और अन्य मूल्यवान खनिजों का भंडार है। पाकिस्तान और चीन मिलकर इन खनिजों का खनन कर रहे हैं। लेकिन बलूचों को बदले में कुछ नहीं मिल रहा है। इसलिए, बलूचों ने अब हथियार उठा लिए हैं।