तुर्किये में चल रहे प्रदर्शन के कारण वहां की करेंसी लीरा बुधवार को 1 डॉलर के मुकाबले 42 के रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गई। हालांकि, बाद में इसने दिन के अधिकांश नुकसान की भरपाई कर ली। लीरा 2.6% की गिरावट के साथ 37.665 डॉलर प्रति डॉलर पर बंद हुई।
इससे बॉन्ड और स्टॉक मार्केट में भी गिरावट आई है। बेंचमार्क स्टॉक इंडेक्स (XU100) करीब 9% गिर गया। ये चार वर्षों की सबसे बड़ी गिरावट है।
इस्तांबुल के मेयर हिरासत में लेने के बाद प्रदर्शन
तुर्किये के प्रशासन ने राष्ट्रपति रेचेप तैयप एर्दोगन के मुख्य राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी और इस्तांबुल के मेयर इकरम इमामुलू को 19 मार्च को हिरासत में ले लिया था। भ्रष्टाचार और एक आतंकवादी गुट की मदद करने सहित कई आरोपों में उन्हें हिरासत में लिया गया है।
मुख्य विपक्षी दल- रिपब्लिकन पीपल्स पार्टी (सीएचपी) नेता ओजगुर ओजेल ने हिरासत को "तख्तापलट की कोशिश" बताया और विपक्षी दलों से एकजुट होने की अपील की। ओजेल ने कहा, तुर्की, अगले राष्ट्रपति के खिलाफ एक तख्तापलट से गुजर रहा है। जो कुछ हुआ है, उसके बावजूद पार्टी रविवार (23 मार्च) को इमामुलू को अपने नेता के रूप में चुनेगी।
वहीं तुर्की सरकार ने विपक्ष के सभी आरोपों को सिरे से नकारते हुए कहा कि देश की न्याय पालिका स्वतंत्र है।
लोकप्रिय और प्रभावशाली नेता हैं इमामुलू
इमामुलू, सीएचपी के एक लोकप्रिय और प्रभावशाली नेता हैं। कुछ दिन बाद पार्टी उन्हें 2028 के राष्ट्रपति चुनाव के लिए पार्टी का आधिकारिक उम्मीदवार घोषित करने वाली थी। इमामुलू की हिरासत देश भर में विपक्षी नेताओं पर महीनों से चल रही कानूनी कार्रवाई की एक कड़ी है।
आलोचक कहते हैं कि ऐसा इन नेताओं की चुनावी भविष्य को नुकसान पहुंचाने के लिया जा रहा है। एर्दोवान पिछले 22 साल से तुर्की की सत्ता पर काबिज हैं।