इजराइल ने गाजा में एक बार फिर से टैंक उतारकर जमीनी हमले शुरू कर दिए हैं। इजराइली डिफेंस फोर्स (IDF) के मुताबिक उसने गाजा पट्टी के सेंट्रल और साउथ के हिस्सों में ग्राउंड ऑपरेशन चालू किया हैं।
IDF के इस ग्राउंड ऑपरेशन का मकसद नॉर्थ और साउथ गाजा के बीच एक बफर जोन बनाना और इजराइल बॉर्डर से लगे सिक्योरिटी जोन का विस्तार करना है।
नॉर्थ और साउथ गाजा को अलग करने वाले नेतजारिम कॉरिडोर में IDF की 252वीं डिवीजन के सैनिक दाखिल हो गए हैं। इसके आधे से ज्यादा इलाके पर सेना ने कब्जा भी कर लिया है।
दूसरी तरफ रक्षा मंत्री इजरायल काट्ज ने बंधकों को नहीं लौटाने पर हमास को पूरी तरह बर्बाद करने की धमकी दी है।
नेतन्याहू के खिलाफ यरुशलम में प्रदर्शन, 12 गिरफ्तार
बुधवार रात यरूशलम में नेतन्याहू के खिलाफ हजारों लोग सड़क पर प्रदर्शन करने उतरे। ये प्रदर्शनकारी इजराइली खुफिया एजेंसी शिन बेट के चीफ रोनन बार और अटॉर्नी जनरल गली बहाराव-मियारा को पद से हटाने और गाजा में दोबारा जंग शुरू करने के फैसले का विरोध कर रहे थे।
इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प भी हुई। पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए वाटर कैनन से पानी की बौछार की। सड़कें जाम करने के आरोप में पुलिस ने 12 लोगों को गिरफ्तार भी किया है।
अटॉर्नी जनरल गली बहाराव-मियारा ने शिन बेट के चीफ रोनन बार को हटाने के फैसले को अवैध करार दिया था। इसके बाद नेतन्याहू ने मियारा को भी पद से हाटने का फैसला किया है।
नेतन्याहू पर आरोप है कि वो रोनन को इसलिए हटाना चाहते हैं, जिससे हमास और कतर के साथ नेतन्याहू के सहयोगियों की गुप्त डील की जांच रोकी जा सके।
टाइम्स ऑफ इजराइल की रिपोर्ट के मुताबिक इजराइल की खुफिया एजेंसी मोसाद के पूर्व चीफ तामिर पारदो ने नेतन्याहू को देश की सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा बताया है।
गाजा में हमास के PM अब्दुल्ला की मौत
इजराइल ने गाजा में हमास के प्रधानमंत्री इस्साम दिब अब्दुल्ला अल-दालीस को मार गिराया है। इजराइल डिफेंस फोर्सेस ने बुधवार को अब्दुल्ला की मौत की पुष्टि की। अब्दुल्ला ने जुलाई 2024 में रूही मुश्ताहा की मौत के बाद उसकी जगह ली थी।
अब्दुल्ला गाजा में हमास की सरकार चलाता था। उसके पास हमास के संगठन और लड़ाकों की गतिविधियों की जिम्मेदारी भी थी। पिछले 24 घंटे में इजराइल ने हवाई हमलों में हमास के 3 बड़े लीडर्स को भी मार गिराया है।
इनमें हमास के कमांडर और पॉलिटिकल लीडर महमूद मारजूक अहमद अबू-वत्फा, बहजत हसन मोहम्मद अबू-सल्तान और अहमद ओमर अब्दुल्ला अल-हाता शामिल हैं।