हाथरस में यौन शोषण के आरोपी प्रोफेसर रजनीश को पुलिस ने प्रयागराज से गिरफ्तार कर लिया है। वह 7 दिन से हाईकोर्ट में स्टे के लिए भागदौड़ कर रहा था। पुलिस से बचने के लिए हुलिया भी बदल लिया है। दाढ़ी बढ़ा ली थी। कपड़े भी ऐसे पहने थे, जिससे किसी को शक न हो। लेकिन हाथरस की एसओजी, क्राइम ब्रांच और साइबर क्राइम की टीम ने उसे दबोच लिया।
बागला डिग्री कॉलेज का प्रोफेसर 30 से ज्यादा छात्राओं का यौन शोषण कर चुका है। वह छात्राओं को पास कराने और नौकरी लगवाने का झांसा देता था। ऑफिस में बुलाकर उनके साथ अश्लील हरकतें करता था। चोरी-छिपे वीडियो भी बना लेता था।
प्रोफेसर के मोबाइल से 65 अश्लील वीडियो मिले हैं। ज्यादातर वीडियो कॉलेज की छात्राओं के हैं। कुछ वीडियो उसने पोर्न साइट पर भी अपलोड किए हैं। 50 साल का आरोपी प्रोफेसर 20 साल से बागला डिग्री कॉलेज में तैनात था। वह भूगोल पढ़ाता था।
नया खुलासा... सबसे पहले कॉलेज की कर्मचारी से बनाया था संबंध
प्रोफेसर की 1996 में शादी हुई थी। पहली पत्नी से तलाक हो गया था। 2008 में उसने दूसरी शादी के लिए लड़कियां देखनी शुरू की। इसी दौरान एक लड़की से उसके शारीरिक संबंध बन गए, जो अनजाने में वेब कैम के जरिए कंप्यूटर में रिकॉर्ड हो गया।
यहीं से प्रोफेसर के दिमाग में यह आइडिया आया। उसने सबसे पहले कालेज की महिला कर्मचारी को अपनी हवस का शिकार बनाया और उसकी रिकार्डिंग की। 2020 के बाद से उसने कई लड़कियों को अपने जाल में फंसाया और संबंध बनाए।
पूरा मामला जानिए
दरअसल, 6 मार्च को एक छात्रा ने महिला आयोग को लेटर लिखा। साथ ही फोटो-वीडियो भी भेजे थे। छात्रा के पत्र का महिला आयोग ने संज्ञान लेते हुए जांच के निर्देश दिए। इसके बाद हाथरस गेट कोतवाली पुलिस ने जांच शुरू की और प्रोफेसर को पूछताछ के लिए बुलाया।
उसके मोबाइल को कब्जे में ले लिया, लेकिन उसने पहले ही वीडियो-फोटो डिलीट कर दिए थे। पुलिस ने मोबाइल का डेटा रिकवर कराया, तो 65 अश्लील वीडियो मिले। इसके बाद 13 मार्च को दरोगा सुनील कुमार ने थाने में खुद शिकायत दर्ज कराई, लेकिन जब तक पुलिस आरोपी को पकड़ती, तब तक वह फरार हो गया था।
छात्रा का लेटर जो महिला आयोग को लिखा गया
'आपको बताना चाहती हूं कि प्रोफेसर रजनीश कुमार कई छात्राओं का यौन-शोषण कर रहा है। वह दरिंदा है। वह छात्राओं के साथ अश्लील हरकतें करता है। वीडियो बनाकर उनका शोषण करता है। मैं एक साल से पीएमओ से लेकर सीएम कार्यालय तक इसकी शिकायत कर रही हूं, लेकिन प्रोफेसर इतना ताकतवर है कि किसी भी शिकायत पर उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई।
मोदी सरकार 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' का समर्थन करती है, लेकिन फिर भी ऐसे दरिंदे बेखौफ होकर बेटियों के साथ दरिंदगी कर रहे हैं। इस दरिंदे से मैं इतनी परेशान हूं कि कभी-कभी आत्महत्या करने का विचार आता है।
कॉलेज मैनेजमेंट कमेटी के अध्यक्ष और मैनेजमेंट को प्रोफेसर की करतूतों के बारे में बताया। उन्हें सबूत भी सौंपे, लेकिन उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की। जब तक इस दुष्ट पर कोई कार्रवाई नहीं होती, मैं हार नहीं मानूंगी।
ऐसा लगता है कि कॉलेज के प्रधानाचार्य और मैनेजमेंट की शह पर प्रोफेसर कॉलेज की छात्राओं का शोषण कर रहा है। वह भोली-भाली छात्राओं को प्रतियोगिता परीक्षा पास कराने और नौकरी के नाम पर बहलाता-फुसलाता है। फिर उनके साथ गलत काम करता है और वीडियो भी बनाता है।
उसके फोटो-वीडियो मेरे हाथ लगे हैं, जिन्हें मैं प्रमाण के रूप में इस पत्र के साथ भेज रही हूं। अब तक मैंने अलग-अलग नाम से शिकायतें की हैं, क्योंकि अगर दरिंदे को मेरे बारे में पता चल गया, तो वह मुझे मरवा देगा। यह शिकायत भी मैं अपनी पहचान छिपाकर कर रही हूं।
रजनीश पिछले 20 साल से कॉलेज में पढ़ने वाली छात्राओं का यौन-शोषण कर रहा है। मेरी जैसी छात्राओं की इज्जत बचा लीजिए, नहीं तो यह दरिंदा रजनीश कुमार न जाने कितनी और छात्राओं की इज्जत लूट लेगा। लोकलाज के कारण छात्राएं कुछ नहीं कहेंगी। सामने दिख रहे फोटो और वीडियो के आधार पर इस प्रोफेसर पर कठोर से कठोर कार्रवाई की जाए।'